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गुप्तकाशी के विश्वनाथ मंदिर में जब भगवान शिव ने पार्वती से विवाह का प्रस्ताव के बाद उन्होंने त्रियुगीनारायण मंदिर में शादी की थी. कहा जाता है कि यहां सदियों से अखंड ज्योत जलती आ रही है. वर्तमान समय में यह मंदिर वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में प्रचलित है. देश-विदेश से यहां प्रेमी जोड़े शादी की पवित्र बंधन में बंधने के लिए पहुंचते हैं. केदारनाथ यात्रा के दौरान इस मंदिर के साथ आस-पास के कालीमठ, सारी गांव, देवरिया ताल, ओंकारेश्वर मंदिर, चोपता आदि का दीदार भी किया जा सकता है. हालांकि यहां केदारनाथ यात्रा पूरी करने के बाद वापस लौटते समय आना उचित है.