तीन दिन पहले अमर उजाला ने उठाया था मनरेगा में फर्जी काम दिखाकर घोटाला करने का मामला
संवाद न्यूज एजेंसी
रुड़की। हरिद्वार जिले में मनरेगा में होने वाले फर्जीवाड़े के बाद अब प्रदेशभर में होने वाले फर्जीवाड़े की शिकायत प्रमुख सचिव से की गई है। शिकायत में बताया गया है कि जब पूरे प्रदेश में बारिश-बाढ़ थी उस दौरान सबसे ज्यादा पहाड़ी क्षेत्रों में मनरेगा के तहत विकास कार्य हो रहे थे। आरोप हैं कि अधिकारियों के बाढ़ राहत कार्यों में व्यस्त होने के चलते मनरेगा में फर्जीवाड़ा किया जा रहा है।
बता दें कि तीन दिन पहले अमर उजाला ने हरिद्वार जिले में मनरेगा में होने वाले फर्जीवाड़े का खुलासा किया था। इसमें बताया गया था कि एमएमएमएस एप पर हरिद्वार जिले में पांच दिन तक हुई भारी बारिश और बाढ़ के बीच विकास कार्य करवाए जा रहे थे। यहां तक कि एप पर मनरेगा के काम करते हुए फर्जी फोटो भी अपलोड किए जा रहे थे। मामला सामने आने पर मनरेगा परियोजना समन्वयक ने स्वयं एप का निरीक्षण किया तो फर्जीवाड़ा पाया। उन्होंने तत्काल डीडीओ को पत्र भेजकर फर्जीवाड़े पर रोक लगाने और मामले की जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश भी जारी किए। इसी बीच अजमीरपुर धनौरी निवासी सनोज कुमार ने भी इसी मामले में ग्राम्य विकास विभाग के प्रमुख सचिव को पत्र भेजकर बताया कि जिस तरह हरिद्वार जिले में मनरेगा में फर्जीवाड़ा पकड़ा गया है, वैसे ही पूरे प्रदेश में यह फर्जीवाड़ा चल रहा है। उन्हाेंने प्रमुख सचिव से नौ से 13 जुलाई तक हुए कार्यों का एप पर निरीक्षण कर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।