रणसुरा गांव में आयोजित उत्तराखंड किसान मोर्चा की पंचायत में विचार रखते मोर्चा के राष्ट्रीय अध्य
– फोटो : ROORKEE
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उत्तराखंड किसान मोर्चा की ओर से रणसुरा गांव में आयोजित पंचायत में किसान सरकार पर जमकर बरसे। पदाधिकारियों ने किसानों को एकजुट होकर सरकार की नीतियों के खिलाफ मिलकर लड़ाई लड़ने का आह्वान किया। इस दौरान किसान नेताओं ने कहा कि चार मांगें पूरी होने तक केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ आंदोलन जारी रहेगा।
सोमवार को रणसुरा में आयोजित किसानों की पंचायत को संबोधित करते हुए उत्तराखंड किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुलशन रोड़ ने कहा कि भाजपा सरकार किसान विरोधी है। बिना किसानों की मर्जी के काले कानून थोपे जा रहे हैं। जब तक सरकार किसानों की चार मांगों पर ध्यान नहीं देती, आंदोलन जारी रखेंगे। उन्होंने गन्ने का रेट बढ़ाने की मांग करते हुए कहा कि पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ जाते हैं और महंगाई भी बढ़ जाती है, लेकिन किसानों के गन्ने का रेट नहीं बढ़ाया जाता। केंद्र सरकार किसानों की आय दोगुनी करने के झूठे वादे कर रही है, लेकिन जब फसलों के दाम ही नहीं बढ़ेंगे तो आय दोगुनी कैसे होगी। इस दौरान इकबालपुर शुगर मिल पर बकाया किसानों के करोड़ों रुपये दिलाने, तीनों कृषि कानूनों को तत्काल वापस लिए जाने, गन्ने का रेट बढ़ाने और पेट्रोल-डीजल के दाम घटाने की मांग की गई। मौके पर दीपक पुंडीर, चौधरी सुरेंद्र नंबरदार, आकिल हसल, मोहम्मद आजम, ईलम सिंह, मोहम्मद रफी, विनोद रोड, मुकर्रम अली, ताहिर हसन, मोहम्मद अशजद, डॉ. सुलेमान, मोहम्मद अनीस, मंसूर अली, मोहम्मद रहमान, मोहममद जाबिर मौजूद रहे।
उत्तराखंड किसान मोर्चा की ओर से रणसुरा गांव में आयोजित पंचायत में किसान सरकार पर जमकर बरसे। पदाधिकारियों ने किसानों को एकजुट होकर सरकार की नीतियों के खिलाफ मिलकर लड़ाई लड़ने का आह्वान किया। इस दौरान किसान नेताओं ने कहा कि चार मांगें पूरी होने तक केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ आंदोलन जारी रहेगा।
सोमवार को रणसुरा में आयोजित किसानों की पंचायत को संबोधित करते हुए उत्तराखंड किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुलशन रोड़ ने कहा कि भाजपा सरकार किसान विरोधी है। बिना किसानों की मर्जी के काले कानून थोपे जा रहे हैं। जब तक सरकार किसानों की चार मांगों पर ध्यान नहीं देती, आंदोलन जारी रखेंगे। उन्होंने गन्ने का रेट बढ़ाने की मांग करते हुए कहा कि पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ जाते हैं और महंगाई भी बढ़ जाती है, लेकिन किसानों के गन्ने का रेट नहीं बढ़ाया जाता। केंद्र सरकार किसानों की आय दोगुनी करने के झूठे वादे कर रही है, लेकिन जब फसलों के दाम ही नहीं बढ़ेंगे तो आय दोगुनी कैसे होगी। इस दौरान इकबालपुर शुगर मिल पर बकाया किसानों के करोड़ों रुपये दिलाने, तीनों कृषि कानूनों को तत्काल वापस लिए जाने, गन्ने का रेट बढ़ाने और पेट्रोल-डीजल के दाम घटाने की मांग की गई। मौके पर दीपक पुंडीर, चौधरी सुरेंद्र नंबरदार, आकिल हसल, मोहम्मद आजम, ईलम सिंह, मोहम्मद रफी, विनोद रोड, मुकर्रम अली, ताहिर हसन, मोहम्मद अशजद, डॉ. सुलेमान, मोहम्मद अनीस, मंसूर अली, मोहम्मद रहमान, मोहममद जाबिर मौजूद रहे।