हल्द्वानी. एलोपैथिक दवाइयां लोग बहुत सोच-समझकर लेते हैं और डॉक्टर के बताए हुए नियमों के अनुसार ही खाते हैं. लेकिन, जब बात आती है होम्योपैथी की तो लोग सोचते हैं. इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं होता और कई बार तो अपने मन से भी इन दवाओं को लेने लग जाते हैं. कई लोग तो उन्हें दवा नहीं ब्लकि मीठी गोलियां समझ कर खाते हैं और बोलते हैं कि इनका बिमारियों पर कोई असर नहीं होता है. ऐेसे में सवाल यह उठता है कि यह क्या होम्योपैथिक दवाई खाने से शरीर पर साइड इफेक्ट्स होते हैं?
होम्योपैथिक चिकित्साधिकारी डॉ़ हरपाल सिंह ने बताया कि होम्योपैथिक दवाई किसी भी बीमारी में बेहद कारगर साबित होती हैं. होम्योपैथिक में केवल बिमारी ही नहीं ब्लकि शाररिक व मानसिक लक्षणों को भी ध्यान में रखते हुए इलाज किया जाता है. आमतौर पर होम्योपैथिक दवाओं के साइड इफेक्ट नहीं होते है. लेकिन अगर दवा का सेवन हद से अधिक किया गया तो शरीर पर कुछ दुष्प्रभाव हो सकते है. ऐसे में तुरंत दवा खाना बंद करे और अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से परामर्श करें.
होम्योपैथिक दवाओं में नहीं होता केमिकल का इस्तेमाल
डॉ़ हरपाल सिंह ने बताया कि होम्योपैथिक की दवा में एक सही मात्रा में दवा दी जाती है जिसके कारण शरीर पर इससे कोई नुकसान नहीं होता न ही शरीर के किसी अंग पर भी इसका असर पड़ता है. इसका शरीर पर टॉक्सिक असर भी कम पड़ता है. इस दवा को बनाते वक्त किसी केमिकल फ्लेवर, कलर का इस्तेमाल नहीं किया जाता है. इस वजह से यह सुरक्षित होता है.
3 कारणों से हो सकते है होम्योपैथिक दवाओं के साइड इफेक्ट्स
⦁ बिना किसी डॉक्टर की सलाह के किसी भी होम्योपैथिक दवा का सेवन करने से
⦁ अगर किसी ने अपने आप से और तय मात्रा में होम्योपैथिक दवा का सेवन किया तो साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं.
⦁ एक्सपायरी होम्योपैथिक दवा का सेवन किया तो उनका दुष्प्रभाव जरूर होगा.
⦁ लेकिन अगर डॉक्टर की बताई हुई सलाह के अनुसार होम्योपैथिक दवाई ली जाएं और सही मात्रा में ली जाएं तो इनका दुष्प्रभाव कभी नहीं होता है.
⦁ 100 में से एक या दो ही मामले ऐसे सामने आते हैं, जब होम्योपैथिक दवा का किसी इंसान के शरीर पर साइड इफेक्ट्स सामने आए हों.
होम्योपैथिक दवाएं जड़ से खत्म करती हैं बीमारी
डॉ़ हरपाल सिंह ने बताया कि होम्योपैथिक दवा, एलोपैथिक दवा कि तरह किसी बीमारी को दबाती नहीं है. बल्कि जड़ से खत्म करने पर विश्वास करती है. इसमें रोग से पीड़ित व्यक्ति को ठीक करने की पूरी क्षमता है लेकिन थोड़ा वक्त ज्यादा लग सकता है. बड़ी और गंभीर बीमारी के इलाज में साल- 6 महीने का वक्त लग सकता है.
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FIRST PUBLISHED : May 7, 2024, 15:44 IST