अंगदान महादान! आप भी बचा सकते हैं दूसरों की जिंदगी…समाज को प्रेरित कर रही हल्द्वानी की सुचित्रा

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हल्द्वानी. अंग दान एक ऐसा दान है, जो किसी को नया जीवन दे सकता है. अंग दान की मदद से एक इंसान कई लोगों को जीने की वजह बन सकता है. यही वजह है कि इसे महादान भी कहा जाता है. हालांकि, आज भी अंग दान को लेकर भारत और एशिया के लोगों के मन में कई सारे भ्रम मौजूद हैं. साथ ही इसे लेकर आम लोगों में जागरूकता की भी कमी है. ऐसे में अंग दान के प्रति जागरूकता फैलना को हल्द्वानी की एक महिला ने अपने जीवन का लक्ष्य बना लिया है . यह महिला है समाजसेवी सुचित्रा जायसवाल, अनमोल संकल्प सिद्धि फाउंडेशन की अध्यक्ष. सुचित्रा अपनी एक अनोखी मुहिम के तहत लोगों को देहदान के प्रति जागरुक कर लोगों को देहदान का संकल्प दिला रही हैं. ताकी अस्पताल में डॉक्टर्स को बेहतर पढ़ाई करने के लिए एक बॉडी मिल सके. वह देहदान के साथ-साथ लोगों को नेत्रदान के प्रति भी जागरुक कर रही है. उनके द्वारा अभी तक 28 से ज्यादा लोगो ने देहदान व 100 से ज्यादा लोगो ने नेत्रदान का संकल्प पत्र भरा है.

सुचित्रा जायसवाल ने बताया कि चार साल पूर्व उन्होनें जब सोशल मीडिया में प्रोफेसर संतोष मिश्रा के देहदान करने के बारे में पढ़ा तो उन्हें बेहद अच्छा लगा. उन्होंने सोच कि अगर मृत्यु के बाद हमारा शरीर किसी के काम आता है तो उसे बड़ी बात क्या हो सकती है. यहीं सोच के साथ उन्होंने स्वयं देहदान संकल्प पत्र भरा. इसी बीच उनकी बेटी जो वर्तमान में डॉक्टर है उन्होंने बताया कि कैसे पढ़ाई के दौरान बॉडी न मिलने से उन्हें दिक्कतें होती है. बेटी की यह बात सुनकर वह और प्रेरित हुई और लोगों को देहदान के प्रति जागरुक करने का निर्णय लिया. सुचित्रा ने बताया कि अभी तक वह 28 से ज्यादा लोगों को देहदान का संकल्प दिलवा चुकी हैं.

समय-समय पर लगाती है कैंप
सुचित्रा ने बताया कि वह समय-समय पर जागरुकता कैंप लगाती रहती है. जिसमें वह लोगों को देहदान व नेत्रदान के प्रति जागरुक करते हैं. सुचित्रा ने बताया कि रोजाना दो-तीन लोग संकल्प पत्र भरने के लिए उनसे संपर्क कर रहे हैं.

मानवता के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाएं
सुचित्रा ने कहा कि शरीर के मृत होने के बाद अगर यह किसी के काम आता है, तो हमें जरूर इसके लिए आगे आना चाहिए. मेडिकल की पढ़ाई करने वाले छात्र शरीर के अंगों के बारे में बेहतर प्रैक्टिकल नॉलेज लेकर समाज के प्रति बेहतर सेवाएं दे सकेंगे. वह अन्य लोगों से भी अपील करती हैं कि देहदान के लिए आगे आएं और मानवता के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाएं.

Tags: Haldwani news, Local18, Uttarakhand news



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