सरकारी स्कूलों में किताबों को लेकर किया जा रहा इंतजार अब खत्म हो गया है। बच्चों के लिए किताबें आनी शुरू हो गई हैं। किताबों की पहली खेप जिला पाठ्य पुस्तक भंडार केंद्र में पहुंच गई है। इनका वितरण भी मुख्य शिक्षा अधिकारी हरिद्वार ने शुक्रवार से शुरू करा दिया। पहली खेप में 2.75 लाख पाठ्य पुस्तकें पहुंचीं हैं।
शिक्षा विभाग की ओर से सरकारी व अशासकीय विद्यालयों में कक्षा एक से 12 तक की किताबें निशुल्क दी जा रही हैं। एक अप्रैल से शिक्षा सत्र शुरू हो चुका है लेकिन किताबें न आने की वजह से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही थी। शिक्षकों को भी कोर्स कराने में परेशानी हो रही थी। अब यह इंतजार खत्म हो गया है।
पाठ्य पुस्तक की पहली खेप सिविल लाइंस स्थित जिला पाठ्य पुस्तक केंद्र में पहुंच गई है। मुख्य शिक्षा अधिकारी हरिद्वार केके गुप्ता ने शुक्रवार को ब्लॉक रुड़की के सात सीआरसी के लिए पाठ्य पुस्तकों से भरी गाड़ी को हरी झंडी देकर रवाना किया। मुख्य शिक्षा अधिकारी केके गुप्ता ने बताया कि कक्षा एक से आठ तक की 15 विषयों की 2.75 लाख पुस्तकें पाठ्य पुस्तक भंडार पर पहुंच चुकी हैं। उनका वितरण भी शुरू करा दिया गया है। जल्द ही अन्य पुस्तकें भी पहुंच जाएंगी।
सीआरसी के माध्यम से इन पुस्तकों का वितरण स्कूलों में कराया जा रहा है। इस मौके पर जिला पाठ्य पुस्तक नोडल अधिकारी दिनेश रावत, जिला पाठ्य पुस्तक भंडार प्रभारी कृष्ण गोपाल शर्मा, सीआरसी समीर शर्मा, अरुण कुमार, राकेश कुमार आदि मौजूद रहे।