सेहत पर करेगा वार, गर्मी का बढ़ता तापमान

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Roorkee News: इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए रुड़की में खुले दो चार्जिंग स्टेशन

इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए रुड़की में खुले दो चार्जिंग स्टेशन Source link

झबरेड़ा की समस्याओं के जल्द समाधान की मांग

कस्बे की समस्याओं के समाधान के लिए शुक्रवार को एक जनप्रतिनिधि मंडल ने नगर पंचायत अधिशासी अधिकारी के...

राम राज्य के लिए इंतजार नहीं बल्कि प्रयास करने होंगे

प्रजापिता ब्रह्मा कुमारी ईश्वरीय विश्‍वविद्यालय की अंतर्राष्ट्रीय आध्यात्मिक वक्ता राजयोगिनी बीके शिवानी ने कहा कि हम परिस्थितियों के...


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रुड़की। जून के आखिरी कुछ दिन और जुलाई की शुरुआत में ही भीषण गर्मी ने लोगों का हाल बेहाल कर दिया है। पिछले चार दिनों से पड़ रही भीषण गर्मी के चलते तापमान 40 डिग्री तक पहुंच चुका है। इससे आम और खास की मुश्किलें बढ़ गई हैं। बाजारों में भी गर्मी के चलते लोग नहीं पहुंच रहे हैं। कोरोना के कारण पहले से ही मंदी झेल रहे बाजार पर अब गर्मी का असर दिखने लगा है। राहत पाने के लिए लोग शाम को गंगनहर किनारे घूमने निकल रहे हैं। मौसम विभाग के अनुसार, अभी दो दिन बारिश की संभावना नहीं है।
गर्मी के इस सीजन में एक सप्ताह पहले तक लोग सुकून का अहसास कर रहे थे। बीच-बीच में हो रही बारिश के चलते तापमान में गिरावट दर्ज होने से गर्मी का अहसास नहीं हो रहा था, लेकिन जून के अंत से गर्मी ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया। बुधवार को तो अधिकतम पारा 40 डिग्री तक पहुंच गया था। बृहस्पतिवार को भी अधिकतर तापमान 38 डिग्री रहा। वहीं, न्यूनतम तापमान में एक दिन पहले के मुकाबले वृद्धि दर्ज की गई है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, तीन और चार जुलाई से पहले बारिश की संभावना नहीं है। ऐसे में अभी दो दिन और भीषण गर्मी का सामना करना पड़ सकता है। गर्मी के चलते जहां घरों में रह लोग भी बेचैनी महसूस कर रहे हैं तो वहीं बाजारों में निकलना बंद कर दिया है। इसके चलते व्यापार में मंदी छा गई है। गर्मी से राहत पाने के लिए लोग शाम को गंगनहर किनारे घूमने जा रहे हैं।

बिजली की आंखमिचौली बढ़ा रही टेंशन
हार बार गर्मी के सीजन में ऊर्जा निगम ओवरलोड का रोना रोता है, लेकिन सर्दी में संसाधन बढ़ाने की दिशा में कोई ठोस कार्य नहीं किए जाते हैं। इसका असर इस गर्मी सीजन में देखने को मिल रहा है। शहर और देहात क्षेत्र में ओवरलोड बिजलीघर में फाल्ट आने से दिन में ही नहीं, रात में भी जगह-जगह बिजली गुल हो रही है। इससे लोगों की परेशानी और बढ़ रही है।

एक हफ्ते का तापमान
दिनांक अधिकतम, न्यूनतम तापमान
एक जुलाई 38, 28.5
30 जून 40, 28
29 जून 39.5, 28
28 जून 36.5, 26
27 जून 36, 24
26 जून 35.5, 23
25 जून 36.5, 26

बढ़ता तापमान, सेहत पर करेगा वार
बुखार, लू, चेचक, पीलिया आदि बीमारी होने का बढ़ा खतरा
संवाद न्यूज एजेंसी
रुड़की। भीषण गर्मी शरीर के साथ ही सेहत के लिए भी नुकसानदायक है। अब जब पारा 40 तक पहुंच रहा है तो ऐसे में घर से निकलते समय सावधानी जरूरी है। थोड़ी सी लापरवाही से आप बुखार, लू, चेचक, पीलिया, फूड प्वाइजनिंग आदि बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं।
गर्मी में जैसे-जैसे तापमान बढ़ता है, बीमारियां भी हावी होने लगती हैं। कुछ ऐसी बीमारियां हैं, जो गर्मियों में लोगों पर ज्यादा तेजी से अटैक करती हैं। भले ही सुनने में ये बीमारियां सामान्य लगती हों, लेकिन सही समय पर इलाज नहीं मिलने से घातक साबित होती है। डॉक्टर इन बीमारियों से बचने के लिए गर्मी के मौसम में थोड़ी सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं। सिविल अस्पताल के डॉ. एके श्रीवास्तव का कहना है कि गर्मियों में सबसे ज्यादा बुखार, लू, चेचक, पीलिया, फूड प्वाइजनिंग, घेंघा, चिकन पॉक्स आदि बीमारियां होती है। सबसे ज्यादा लोग टायफॉइड के शिकार होते हैं। इसे बुखार समझकर नजरअंदाज करना बेहद खतरनाक है। गर्मियों में लोगों में घेंघा की शिकायत भी बहुत देखने को मिलती है। इस रोग में गर्दन में सूजन आ जाती है। इन दिनों लोग पीलिया के शिकार भी हो रहे हैं। इससे शरीर पीला पड़ने लगता है और पाचन तंत्र कमजोर हो जाता है। गर्मी में हीट स्ट्रोक यानी लू की चपेट में भी ज्यादा लोग आते हैं। दूषित भोजन खाने से या गंदा पानी पीने से फूड प्वाइजनिंग हो जाती है।

बीमारियों से बचाव के तरीके
तेज धूप में निकलने से पहले शरीर को ढक लें।
धूप से घर या दफ्तर में आते समय तुरंत एसी का प्रयोग न करें।
शरीर गर्म होने पर फ्रीज का ठंडा पानी बिल्कुल न पीएं।
बाहर से आते ही पसीने में तुरंत नहाएं मत।
गर्मियों में तेल युक्त पदार्थों के सेवन से बचें
जहां तक हो सके बाहर का खाना न खाएं।
खाना खाने के साथ ही पेय पदार्थों का ज्यादा इस्तेमाल करें।
किसी भी बीमारी के लक्षण दिखने पर डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।

रुड़की। जून के आखिरी कुछ दिन और जुलाई की शुरुआत में ही भीषण गर्मी ने लोगों का हाल बेहाल कर दिया है। पिछले चार दिनों से पड़ रही भीषण गर्मी के चलते तापमान 40 डिग्री तक पहुंच चुका है। इससे आम और खास की मुश्किलें बढ़ गई हैं। बाजारों में भी गर्मी के चलते लोग नहीं पहुंच रहे हैं। कोरोना के कारण पहले से ही मंदी झेल रहे बाजार पर अब गर्मी का असर दिखने लगा है। राहत पाने के लिए लोग शाम को गंगनहर किनारे घूमने निकल रहे हैं। मौसम विभाग के अनुसार, अभी दो दिन बारिश की संभावना नहीं है।

गर्मी के इस सीजन में एक सप्ताह पहले तक लोग सुकून का अहसास कर रहे थे। बीच-बीच में हो रही बारिश के चलते तापमान में गिरावट दर्ज होने से गर्मी का अहसास नहीं हो रहा था, लेकिन जून के अंत से गर्मी ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया। बुधवार को तो अधिकतम पारा 40 डिग्री तक पहुंच गया था। बृहस्पतिवार को भी अधिकतर तापमान 38 डिग्री रहा। वहीं, न्यूनतम तापमान में एक दिन पहले के मुकाबले वृद्धि दर्ज की गई है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, तीन और चार जुलाई से पहले बारिश की संभावना नहीं है। ऐसे में अभी दो दिन और भीषण गर्मी का सामना करना पड़ सकता है। गर्मी के चलते जहां घरों में रह लोग भी बेचैनी महसूस कर रहे हैं तो वहीं बाजारों में निकलना बंद कर दिया है। इसके चलते व्यापार में मंदी छा गई है। गर्मी से राहत पाने के लिए लोग शाम को गंगनहर किनारे घूमने जा रहे हैं।



बिजली की आंखमिचौली बढ़ा रही टेंशन

हार बार गर्मी के सीजन में ऊर्जा निगम ओवरलोड का रोना रोता है, लेकिन सर्दी में संसाधन बढ़ाने की दिशा में कोई ठोस कार्य नहीं किए जाते हैं। इसका असर इस गर्मी सीजन में देखने को मिल रहा है। शहर और देहात क्षेत्र में ओवरलोड बिजलीघर में फाल्ट आने से दिन में ही नहीं, रात में भी जगह-जगह बिजली गुल हो रही है। इससे लोगों की परेशानी और बढ़ रही है।



एक हफ्ते का तापमान

दिनांक अधिकतम, न्यूनतम तापमान

एक जुलाई 38, 28.5

30 जून 40, 28

29 जून 39.5, 28

28 जून 36.5, 26

27 जून 36, 24

26 जून 35.5, 23

25 जून 36.5, 26



बढ़ता तापमान, सेहत पर करेगा वार

बुखार, लू, चेचक, पीलिया आदि बीमारी होने का बढ़ा खतरा

संवाद न्यूज एजेंसी

रुड़की। भीषण गर्मी शरीर के साथ ही सेहत के लिए भी नुकसानदायक है। अब जब पारा 40 तक पहुंच रहा है तो ऐसे में घर से निकलते समय सावधानी जरूरी है। थोड़ी सी लापरवाही से आप बुखार, लू, चेचक, पीलिया, फूड प्वाइजनिंग आदि बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं।

गर्मी में जैसे-जैसे तापमान बढ़ता है, बीमारियां भी हावी होने लगती हैं। कुछ ऐसी बीमारियां हैं, जो गर्मियों में लोगों पर ज्यादा तेजी से अटैक करती हैं। भले ही सुनने में ये बीमारियां सामान्य लगती हों, लेकिन सही समय पर इलाज नहीं मिलने से घातक साबित होती है। डॉक्टर इन बीमारियों से बचने के लिए गर्मी के मौसम में थोड़ी सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं। सिविल अस्पताल के डॉ. एके श्रीवास्तव का कहना है कि गर्मियों में सबसे ज्यादा बुखार, लू, चेचक, पीलिया, फूड प्वाइजनिंग, घेंघा, चिकन पॉक्स आदि बीमारियां होती है। सबसे ज्यादा लोग टायफॉइड के शिकार होते हैं। इसे बुखार समझकर नजरअंदाज करना बेहद खतरनाक है। गर्मियों में लोगों में घेंघा की शिकायत भी बहुत देखने को मिलती है। इस रोग में गर्दन में सूजन आ जाती है। इन दिनों लोग पीलिया के शिकार भी हो रहे हैं। इससे शरीर पीला पड़ने लगता है और पाचन तंत्र कमजोर हो जाता है। गर्मी में हीट स्ट्रोक यानी लू की चपेट में भी ज्यादा लोग आते हैं। दूषित भोजन खाने से या गंदा पानी पीने से फूड प्वाइजनिंग हो जाती है।



बीमारियों से बचाव के तरीके

तेज धूप में निकलने से पहले शरीर को ढक लें।

धूप से घर या दफ्तर में आते समय तुरंत एसी का प्रयोग न करें।

शरीर गर्म होने पर फ्रीज का ठंडा पानी बिल्कुल न पीएं।

बाहर से आते ही पसीने में तुरंत नहाएं मत।

गर्मियों में तेल युक्त पदार्थों के सेवन से बचें

जहां तक हो सके बाहर का खाना न खाएं।

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किसी भी बीमारी के लक्षण दिखने पर डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।



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