आईआईटी में जी-20 पर आयोजित दो दिवसीय संगोष्ठी का सीएम ने किया उद्घाटन
कहा, युवा पीढ़ी के दम पर ही भारत को विश्व गुरु बनाया जा सकता है
आईआईटी रुड़की में थिंक इंडिया के सहयोग से दो दिवसीय जी-20 इंपैक्ट समिट : अनलीशिंग द पोटेंशियल्स का आयोजन हुआ। समिट का उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि युवा पीढ़ी के दम पर ही भारत को विश्व गुरु बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि दुनिया को वैक्सीन देने के बाद भी भारत विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। कहा, भारत के विकास में आईआईटी के पूर्व छात्रों का अहम योगदान है।
आईआईटी के दीक्षांत भवन में समारोह को संबोधित करते हुए सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि जी-20 की अध्यक्षता करना भारत के लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि पहले कोई बड़ी घटना होने पर भारत विश्व की तरफ देखता था, लेकिन जब से पीएम मोदी के हाथों देश की कमान आई तो समय बदल गया है और अब दुनिया भारत की ओर देखती है। उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि आने वाले समय में उनके सामने बहुत सारे अवसर और चुनौतियां भी हैं। उन्हें कठिन परिश्रम के साथ चुनौतियों का सामना करना है और अवसर का लाभ उठाकर दुनिया का नेतृत्व करना है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय महत्व के संस्थान के रूप में आईआईटी रुड़की भारत में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के विकास के लिए सफलता के प्रकाश स्तंभ के रूप में खड़ा है व भारत के विकास में पूर्व छात्रों का योगदान चारों ओर दिखाई पड़ता है।
नई शिक्षा नीति में छात्रों के लिए अपार संभावनाएं
आईआईटी निदेशक प्रोफेसर केके पंत ने कहा कि नई शिक्षा नीति-2020 में छात्रों के लिए अपार संभावनाएं हैं। रोजगार के रास्ते भी खुलेंगे। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी के दम पर ही भारत को विश्व गुरु बनाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि संस्थान में राज्य में आने वाली आपदाओं के समाधान की दिशा में महत्वपूर्ण शोध कार्य किए जा रहे हैं। आईआईटी रुड़की में जी-20 इम्पैक्ट शिखर सम्मेलन बौद्धिक आदान-प्रदान एवं रचनात्मक विचार के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है। जहां अभिनव समाधान तथा अभूतपूर्व विचारों को पोषित किया जा सकता है और सबसे आगे लाया जा सकता है। इसके बाद सम्मेलन में आए विशेषज्ञों ने महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की। इसमें विशेष रूप से भारत सरकार की जी-20 अध्यक्षता के दौरान सामाजिक-आर्थिक सतत विकास पर जी-20 शिखर सम्मेलन के प्रभाव पर प्रकाश डाला गया।
सम्मेलन में इन जाने माने वक्ताओं ने रखे विचार
सम्मेलन में जाने-माने वक्ताओं का समूह जुड़ा। जिनमें जी-20 मुख्य समन्वयक हर्ष वर्धन शृंगला, डिप्टी सीईओ, ब्रह्मोस एयरोस्पेस डॉ. संजीव कुमार जोशी, प्रोग्राम एवं लोजिस्टिक्स वाई 20 के सचिव आकाश झा, कैबिनेट मंत्री, उत्तराखंड सरकार सौरभ बहुगुणा, चीफ ऑफ स्टाफ, भौतिकी – वल्लाह गौरव गुलेरिया, सचिव उत्तराखंड सरकार डॉ. आर मीनाक्षी सुंदरम, जलवायु लचीलापन एवं सिटीस की एसोसिएट निदेशक अमासिखा डे, सीपीआरजी निदेशक डॉ. रामानंद पांडे, अंतरराष्ट्रीय कवि संदीप शुक्ला, आईआईटी प्रोफेसर डॉ. अनिल कुमार गौरीशेट्टी, मेंटर लाइफ एवं करियर काउंसलर कैप्टन याशिका हटवाल त्यागी आदि ने विचार रखे।
इन स्कूलों के बच्चों ने लिया हिस्सा
समारोह में एनआईटी उत्तराखंड और आईआईटी जालंधर समेत शहर के स्कूल एबीएन, मोंटफोर्ट, आनंद स्वरूप आर्य स्कूल, आरपीएस, सेंटऐंस, डीपीएस, माउंट लिटेरा, आर्मी पब्लिक स्कूल आदि के करीब 1700 छात्रोंं ने हिस्सा लिया।