पूर्व सीएम रावत ने भी कहा मंगलौर के चारों तरफ बिगड़ चुके हैं हालात

Must Read

चौकी में युवक की आत्महत्या के मामले में मुकदमा दर्ज

कस्बा पुलिस चौकी में जहर खाने से हुई प्रशांत की मौत को लेकर उसके परिजन और अन्य लोग...

चार मई से मंगलौर वासियों को झेलनी पड़ेगी बिजली कटौती

गर्मी के बढ़ते प्रकोप के साथ कस्बे में आगामी दिनों में बिजली का संकट भी शुरू होने वाला...


ख़बर सुनें

ख़बर सुनें

गांवों में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच बिगड़ रहे हालात को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने फेसबुक के जरिए चिंता जताई है। साथ ही मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को घेरते हुए कहा कि नारसन समेत प्रदेश के तमाम गांवों में स्थिति खराब है।
पूर्व सीएम हरीश रावत की फेसबुक पोस्ट के अनुसार सिर्फ प्रवासियों को संक्रमण के लिए दोष नहीं दे सकते। इस समय बहुत सारे ग्रामीण क्षेत्रों में हालात बिगड़ चुके हैं। नारसन के मंगलौर के चारों तरफ, उत्तरकाशी के कुछ इलाकों, पिथौरागढ़ के थारचूला और गौरीफाट क्षेत्र के गांवों के हालात खराब हैं। कई इलाकों में उत्तर-प्रदेश के चुनाव में गए लोगों और कुंभ में देव डोलियों के साथ आने वाले लोगों, कुंभ ड्यूटी में लगे होमगार्ड, पीआरडी के जवानों के जरिए संक्रमण फैला। इन लोगों का सरकार ने कोई ख्याल नहीं रखा और सुविधाएं उपलब्ध कराईं। धारचूला और अन्यइलाकों के लोगों का कहना है कि बहुत सारे लोगों को एक राजनीतिक व्यक्ति कुंभ में लेकर गए थे। ऐसे ही कारणों से ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण पहुंचा। मां पूर्णागिरि मेले के कारण टनकपुर के चारों तरफ का हॉट स्पॉट बन चुका है। सितारगंज, नानकमत्था, खटीमा, बनबसा, टनकपुर में स्थित चिंतानजक है। मौजूदा वक्त उत्तराखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में तेजी से संक्रमण बढ़ रहा है। ऐसे में ट्रेसिंग करके गांवों में कंटेनमेंट बनाने से संक्रमण पर रोक लग सकेगी।

गांवों में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच बिगड़ रहे हालात को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने फेसबुक के जरिए चिंता जताई है। साथ ही मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को घेरते हुए कहा कि नारसन समेत प्रदेश के तमाम गांवों में स्थिति खराब है।

पूर्व सीएम हरीश रावत की फेसबुक पोस्ट के अनुसार सिर्फ प्रवासियों को संक्रमण के लिए दोष नहीं दे सकते। इस समय बहुत सारे ग्रामीण क्षेत्रों में हालात बिगड़ चुके हैं। नारसन के मंगलौर के चारों तरफ, उत्तरकाशी के कुछ इलाकों, पिथौरागढ़ के थारचूला और गौरीफाट क्षेत्र के गांवों के हालात खराब हैं। कई इलाकों में उत्तर-प्रदेश के चुनाव में गए लोगों और कुंभ में देव डोलियों के साथ आने वाले लोगों, कुंभ ड्यूटी में लगे होमगार्ड, पीआरडी के जवानों के जरिए संक्रमण फैला। इन लोगों का सरकार ने कोई ख्याल नहीं रखा और सुविधाएं उपलब्ध कराईं। धारचूला और अन्यइलाकों के लोगों का कहना है कि बहुत सारे लोगों को एक राजनीतिक व्यक्ति कुंभ में लेकर गए थे। ऐसे ही कारणों से ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण पहुंचा। मां पूर्णागिरि मेले के कारण टनकपुर के चारों तरफ का हॉट स्पॉट बन चुका है। सितारगंज, नानकमत्था, खटीमा, बनबसा, टनकपुर में स्थित चिंतानजक है। मौजूदा वक्त उत्तराखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में तेजी से संक्रमण बढ़ रहा है। ऐसे में ट्रेसिंग करके गांवों में कंटेनमेंट बनाने से संक्रमण पर रोक लग सकेगी।



Source link

Leave a Reply

Latest News

चौकी में युवक की आत्महत्या के मामले में मुकदमा दर्ज

कस्बा पुलिस चौकी में जहर खाने से हुई प्रशांत की मौत को लेकर उसके परिजन और अन्य लोग...

चार मई से मंगलौर वासियों को झेलनी पड़ेगी बिजली कटौती

गर्मी के बढ़ते प्रकोप के साथ कस्बे में आगामी दिनों में बिजली का संकट भी शुरू होने वाला है। ऊर्जा निगम की ओर...

लोकसभा चुनाव में मतदान के बाद भी पाबंदी, आचार संहिता की वजह इन पर रोक; यह मिली राहत 

निजी आयोजन पर बंदिश नहीं है। देशभर में 16 मार्च से आचार संहिता लागू है। उत्तराखंड में प्रथम चरण के दौरान मतदान हो चुका...

More Articles Like This