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नकली थी कोरियर सेंटर से पकड़ी गई दवाएं

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दो दिन पहले रुड़की के एक कोरियर सेंटर से पकड़ी गई दवाओं की खेप नकली थी। दवाओं को रुड़की में नहीं बनाया गया था बल्कि यहां से दूसरे प्रदेश में सप्लाई की जा रही थी। ड्रग विभाग की जांच में यह खुलासा हुआ है। अधिकारियों का दावा है कि सभी जांच पूरी कर ली है। बहुत जल्द आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा।
ड्रग विभाग की टीम ने बृहस्पतिवार को मालवीय चौक स्थित एक कोरियर सेंटर पर छापा मारा था। टीम की कार्रवाई में सेंटर से दवाओं की पांच पेटियां बरामद हुई थीं, जिनमें एंटीबायोटिक टेबलेट थी। दवाओं के प्रिंट रेट के आधार पर उनकी कीमत करीब 11 लाख रुपये बताई गई थी। दवाओं के बिल रुड़की और काशीपुर के नाम पर पाए गए थे, जिन्हें प्रयागराज की एक फर्म को भेजा रहा था। उस दौरान ड्रग विभाग ने दवाओं को सील कर जांच शुरू कर दी थी। ड्रग विभाग ने दवाओं के बिल, जीएसटी नंबर, कंपनी के नाम आदि की जांच की तो स्पष्ट हो गया कि दवाएं नकली हैं। साथ ही दवाओं को रुड़की में नहीं बनाया गया था। यहां से दवाएं दूसरे प्रदेशों में सप्लाई की जा रही थीं। ड्रग इंस्पेक्टर मानवेंद्र सिंह राणा ने बताया कि जांच में पता चला है कि दवाएं नकली थीं। अन्य पहलुओं पर भी जांच चल रही है। उन्होंने बताया कि टीम आरोपियों के बेहद करीब है।

दो दिन पहले रुड़की के एक कोरियर सेंटर से पकड़ी गई दवाओं की खेप नकली थी। दवाओं को रुड़की में नहीं बनाया गया था बल्कि यहां से दूसरे प्रदेश में सप्लाई की जा रही थी। ड्रग विभाग की जांच में यह खुलासा हुआ है। अधिकारियों का दावा है कि सभी जांच पूरी कर ली है। बहुत जल्द आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा।

ड्रग विभाग की टीम ने बृहस्पतिवार को मालवीय चौक स्थित एक कोरियर सेंटर पर छापा मारा था। टीम की कार्रवाई में सेंटर से दवाओं की पांच पेटियां बरामद हुई थीं, जिनमें एंटीबायोटिक टेबलेट थी। दवाओं के प्रिंट रेट के आधार पर उनकी कीमत करीब 11 लाख रुपये बताई गई थी। दवाओं के बिल रुड़की और काशीपुर के नाम पर पाए गए थे, जिन्हें प्रयागराज की एक फर्म को भेजा रहा था। उस दौरान ड्रग विभाग ने दवाओं को सील कर जांच शुरू कर दी थी। ड्रग विभाग ने दवाओं के बिल, जीएसटी नंबर, कंपनी के नाम आदि की जांच की तो स्पष्ट हो गया कि दवाएं नकली हैं। साथ ही दवाओं को रुड़की में नहीं बनाया गया था। यहां से दवाएं दूसरे प्रदेशों में सप्लाई की जा रही थीं। ड्रग इंस्पेक्टर मानवेंद्र सिंह राणा ने बताया कि जांच में पता चला है कि दवाएं नकली थीं। अन्य पहलुओं पर भी जांच चल रही है। उन्होंने बताया कि टीम आरोपियों के बेहद करीब है।



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