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टीकाकरण के चौथे और सबसे बड़े अभियान के तहत पहले दिन युवाओं में जबर्दस्त उत्साह दिखा। रुड़की के 744 युवाओं ने कोरोना वैक्सीन लगवाई। इस दौरान टीका केंद्रों पर उत्सव सा माहौल रहा। अपनी बारी के इंतजार में युवा सुबह से ही लाइन लगाकर खड़े हो गए थे। वैक्सीन लगवाने के बाद सोशल मीडिया पर फोटो डालने में भी युवाओं ने देरी नहीं की।
दस दिन के लंबे इंतजार के बाद सोमवार को रुड़की शहर में चिह्नित किए गए चार केंद्रों पर 18 से 45 आयु वर्ग के बीच के लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाने का काम शुरू हुआ। इस दिन का इंतजार शहर के युवा लंबे समय से कर रहे थे। उन्होंने दस से 15 दिन पहले ही टीकाकरण के लिए रजिस्ट्रेशन करवा लिया था। इसके बाद नौ मई को जैसे ही प्रशासन ने स्लॉट नंबर लेने के लिए पोर्टल खोला तो युवाओं ने नंबर लेना शुरू कर दिया। युवाओं की उत्सुकता इसी बात से लगाई जा सकती है कि चंद मिनटों में ही शहर के चारों केंद्रों पर प्रति 200 युवाओं की बुकिंग फुल हो गई थी। सोमवार को समय से पहले ही युवा वैक्सीनेशन के लिए केंद्रों पर पहुंच गए थे।
यहां पहुंचकर उन्हें नौ बजे के बाद टीकाकरण शुरू होने की जानकारी हुई तो लाइन लगाकर खड़े हो गए। इस दौरान सभी केंद्रों पर सुबह करीब दस बजे तक वैक्सीनेशन शुरू हो गया था। पहले दिन शहर के चारों केंद्रों पर 748 युवाओं को वैक्सीन लगाई गई। अर्बन प्रोजेक्ट मैनेजर रंजना भटनागर ने बताया कि पहले दिन उनकी टीम ने सराहनीय काम किया है। सेंटर पर पहुंचने वाले युवाओं को वैक्सीनेशन में कोई दिक्कत नहीं हुई। पहले दिन रामनगर स्थित केंद्र पर 177, बीएसएम इंटर कॉलेज में 186, बीटीगंज स्थित केंद्र पर 191 और आनंद स्वरूप आर्य शिशु मंदिर में 190 लोगों को वैक्सीन लगाई गई। इस दौरान अर्बन हेल्थ मैनेजर रामकेश गुप्ता, अर्बन पोर्टल इंचार्ज सुमित कुमार, साइट सुपरवाइजर गीता जोशी, पब्लिक हेल्थ मैनेजर दीपा शर्मा, स्टाफ नर्स नीशू सैनी, आशा सुपरवाइजर शहनाज, एनएम रजनी, संगीता प्रिंसी, अनु, सोनू, स्वीटी, निर्मला, बेबी कश्यप, आशा मीनू राठौर, शोभा, संगीता, मंजू, रीटा, नीलम, सरोज आदि मौजूद रहे।
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कुछ युवाओं को लौटाया
सोमवार को वैक्सीनेशन केंद्रों पर स्लॉट बुक होने के बावजूद 56 लोगों को वैक्सीन नहीं लग पाई। इसमें अधिकतर ऐसे लोग थे, जो स्लॉट बुक करवाकर जानबूझकर नहीं पहुंचे। जबकि, कुछ युवाओं को अन्य कारणों से टीका नहीं लग पाया। अर्बन प्रोजेक्ट मैनेजर रंजना भटनागर ने बताया कि केंद्रों पर कुछ युवा ऐसे पहुंचे थे, जिन्हें तेज फीवर था। ऐसे में उन्हें लौटाना पड़ा। पांच महिलाएं ऐसी थीं, जो बच्चों को स्तनपान कराती हैं। उन्हें भी वैक्सीन नहीं लगाई गई। पांच कोरोना संक्रमितों ने भी रजिस्ट्रेशन करा लिया था, उन्हें फोन कर आने से मना कर दिया गया।
टीकाकरण के चौथे और सबसे बड़े अभियान के तहत पहले दिन युवाओं में जबर्दस्त उत्साह दिखा। रुड़की के 744 युवाओं ने कोरोना वैक्सीन लगवाई। इस दौरान टीका केंद्रों पर उत्सव सा माहौल रहा। अपनी बारी के इंतजार में युवा सुबह से ही लाइन लगाकर खड़े हो गए थे। वैक्सीन लगवाने के बाद सोशल मीडिया पर फोटो डालने में भी युवाओं ने देरी नहीं की।
दस दिन के लंबे इंतजार के बाद सोमवार को रुड़की शहर में चिह्नित किए गए चार केंद्रों पर 18 से 45 आयु वर्ग के बीच के लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाने का काम शुरू हुआ। इस दिन का इंतजार शहर के युवा लंबे समय से कर रहे थे। उन्होंने दस से 15 दिन पहले ही टीकाकरण के लिए रजिस्ट्रेशन करवा लिया था। इसके बाद नौ मई को जैसे ही प्रशासन ने स्लॉट नंबर लेने के लिए पोर्टल खोला तो युवाओं ने नंबर लेना शुरू कर दिया। युवाओं की उत्सुकता इसी बात से लगाई जा सकती है कि चंद मिनटों में ही शहर के चारों केंद्रों पर प्रति 200 युवाओं की बुकिंग फुल हो गई थी। सोमवार को समय से पहले ही युवा वैक्सीनेशन के लिए केंद्रों पर पहुंच गए थे।
यहां पहुंचकर उन्हें नौ बजे के बाद टीकाकरण शुरू होने की जानकारी हुई तो लाइन लगाकर खड़े हो गए। इस दौरान सभी केंद्रों पर सुबह करीब दस बजे तक वैक्सीनेशन शुरू हो गया था। पहले दिन शहर के चारों केंद्रों पर 748 युवाओं को वैक्सीन लगाई गई। अर्बन प्रोजेक्ट मैनेजर रंजना भटनागर ने बताया कि पहले दिन उनकी टीम ने सराहनीय काम किया है। सेंटर पर पहुंचने वाले युवाओं को वैक्सीनेशन में कोई दिक्कत नहीं हुई। पहले दिन रामनगर स्थित केंद्र पर 177, बीएसएम इंटर कॉलेज में 186, बीटीगंज स्थित केंद्र पर 191 और आनंद स्वरूप आर्य शिशु मंदिर में 190 लोगों को वैक्सीन लगाई गई। इस दौरान अर्बन हेल्थ मैनेजर रामकेश गुप्ता, अर्बन पोर्टल इंचार्ज सुमित कुमार, साइट सुपरवाइजर गीता जोशी, पब्लिक हेल्थ मैनेजर दीपा शर्मा, स्टाफ नर्स नीशू सैनी, आशा सुपरवाइजर शहनाज, एनएम रजनी, संगीता प्रिंसी, अनु, सोनू, स्वीटी, निर्मला, बेबी कश्यप, आशा मीनू राठौर, शोभा, संगीता, मंजू, रीटा, नीलम, सरोज आदि मौजूद रहे।
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कुछ युवाओं को लौटाया
सोमवार को वैक्सीनेशन केंद्रों पर स्लॉट बुक होने के बावजूद 56 लोगों को वैक्सीन नहीं लग पाई। इसमें अधिकतर ऐसे लोग थे, जो स्लॉट बुक करवाकर जानबूझकर नहीं पहुंचे। जबकि, कुछ युवाओं को अन्य कारणों से टीका नहीं लग पाया। अर्बन प्रोजेक्ट मैनेजर रंजना भटनागर ने बताया कि केंद्रों पर कुछ युवा ऐसे पहुंचे थे, जिन्हें तेज फीवर था। ऐसे में उन्हें लौटाना पड़ा। पांच महिलाएं ऐसी थीं, जो बच्चों को स्तनपान कराती हैं। उन्हें भी वैक्सीन नहीं लगाई गई। पांच कोरोना संक्रमितों ने भी रजिस्ट्रेशन करा लिया था, उन्हें फोन कर आने से मना कर दिया गया।