हाईवे पर वाहन
– फोटो : अमर उजाला फाइल फोटो
ख़बर सुनें
ख़बर सुनें
महाकुंभ के यातायात प्लान के लिए पुलिस-प्रशासन ने होमवर्क पूरा करने के बाद अंतिम कार्ययोजना तैयार कर ली है। इसके तहत दिल्ली से आने वाले भारी वाहनों को कुछ तकलीफें झेलनी पड़ेंगी जबकि पंजाब, हरियाणा और सहानपुर के तीर्थयात्रियों के लिए न केवल यात्रा मार्ग कम दूरी का होगा, बल्कि सुविधाजनक भी रहेगा। कार्ययोजना के तहत, 12 अप्रैल को शाही स्नान से कुछ दिन पहले ही यातायात प्लान लागू होगा। दिल्ली से आने वाले हल्के वाहनों को नारसन बॉर्डर से करीब दस किमी पहले यूपी के पुरकाजी से डायवर्ट कर वाया खानपुर, लक्सर, सुल्तानपुर, जगजीतपुर और कनखल होकर कुंभ क्षेत्र तक पहुंचाया जाएगा।
दिल्ली से आने वाले भारी वाहनों को नारसन बॉर्डर पार कर मंगलौर में बनाए गए रुड़की बाईपास से कुछ आगे चलने पर नगला इमरती में लक्सर रोड पर भेजा जाएगा। इसके बाद ये वाहन लक्सर से सुल्तानपुर मार्ग होकर हरिद्वार पहुंचेंगे। पंजाब, हरियाणा और सहारनपुर क्षेत्रों से आने वाले वाहनों को सहारनपुर से गागलहेड़ी और फिर भगवानपुर से सीधे हरिद्वार जाने के लिए इमलीखेड़ा मार्ग की ओर डायवर्ट कर दिया जाएगा। इससे श्रद्धालुओं को लक्सर मार्ग का लंबा चक्कर काटने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
मंगलौर से हरिद्वार तक हाईवे, बाईपास और फोरलेन का काम पूरा होने के बाद अब जाम की समस्या लगभग खत्म हो चुकी है। फोरलेन पर दोनों ओर से वन-वे ट्रैफिक की सुविधा मिलने से जाम का कोई कारण नहीं रह गया है। बावजूद इसके पुलिस-प्रशासन दिल्ली से आने वाले वाहनों को हाईवे से ले जाने के लिए तैयार नहीं है। इन वाहनों को बदहाल पड़े लंढौरा-लक्सर मार्ग से गुजारने का प्लान तैयार किया गया है। ऐसी स्थिति में मंगलौर से हरिद्वार तक हाईवे की बाईं लेन खाली रहेगी और हरिद्वार से दिल्ली जाने वाले वाहन दाईं लेन से जा सकेंगे। ऐसे में पुलिस-प्रशासन की ओर से शाही स्नानों के लिए तैयार रूट प्लान किसी की समझ में नहीं आ रहा है।
लक्सर मार्ग पर रहेगा भारी दबाव
यातायात प्लान की खामियों की बात करें तो दिल्ली जाने वाले हल्के और भारी वाहनों को लक्सर से गुजरना है। प्लान के मुताबिक, वाया पुरकाजी हरिद्वार जाने वाले हल्के वाहन और नगला इमरती से लंढौरा मार्ग के जरिये हरिद्वार पहुंचने वाले भारी वाहन लक्सर में बस स्टैंड के पास टी प्वाइंट पर मिलेंगे। दो रूटों से लक्सर मार्ग पर पहुंचने वाले वाहनों से भारी दबाव बनेगा। अगर महाकुंभ में वाहनों का रेला उमड़ता है तो यह भारी परेशानी का सबब बन सकता है।
हरिद्वार में फोरलेन हाईवे का पूरा हिस्सा पुल पर नहीं है। इसके चलते कई प्वाइंट ऐसे हैं, जहां कुंभ में बड़ी संख्या में आने वाले वाहनों के फंसने का खतरा बना हुआ है। सभी वाहनों को बिना जाम के पार्किंग तक ले जाना चुनौती है। इसी के चलते वाहनों को अलग-अलग रूट से हरिद्वार लाने की योजना बनाई गई है। वापसी करने वाले सभी जगहों के वाहनों को दिल्ली-हरिद्वार हाईवे से ही भेजा जाएगा।
-प्रदीप कुमार राय, एसपी ट्रैफिक, हरिद्वार
विस्तार
महाकुंभ के यातायात प्लान के लिए पुलिस-प्रशासन ने होमवर्क पूरा करने के बाद अंतिम कार्ययोजना तैयार कर ली है। इसके तहत दिल्ली से आने वाले भारी वाहनों को कुछ तकलीफें झेलनी पड़ेंगी जबकि पंजाब, हरियाणा और सहानपुर के तीर्थयात्रियों के लिए न केवल यात्रा मार्ग कम दूरी का होगा, बल्कि सुविधाजनक भी रहेगा। कार्ययोजना के तहत, 12 अप्रैल को शाही स्नान से कुछ दिन पहले ही यातायात प्लान लागू होगा। दिल्ली से आने वाले हल्के वाहनों को नारसन बॉर्डर से करीब दस किमी पहले यूपी के पुरकाजी से डायवर्ट कर वाया खानपुर, लक्सर, सुल्तानपुर, जगजीतपुर और कनखल होकर कुंभ क्षेत्र तक पहुंचाया जाएगा।
दिल्ली से आने वाले भारी वाहनों को नारसन बॉर्डर पार कर मंगलौर में बनाए गए रुड़की बाईपास से कुछ आगे चलने पर नगला इमरती में लक्सर रोड पर भेजा जाएगा। इसके बाद ये वाहन लक्सर से सुल्तानपुर मार्ग होकर हरिद्वार पहुंचेंगे। पंजाब, हरियाणा और सहारनपुर क्षेत्रों से आने वाले वाहनों को सहारनपुर से गागलहेड़ी और फिर भगवानपुर से सीधे हरिद्वार जाने के लिए इमलीखेड़ा मार्ग की ओर डायवर्ट कर दिया जाएगा। इससे श्रद्धालुओं को लक्सर मार्ग का लंबा चक्कर काटने की जरूरत नहीं पड़ेगी।