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गांवों में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच बिगड़ रहे हालात को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने फेसबुक के जरिए चिंता जताई है। साथ ही मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को घेरते हुए कहा कि नारसन समेत प्रदेश के तमाम गांवों में स्थिति खराब है।
पूर्व सीएम हरीश रावत की फेसबुक पोस्ट के अनुसार सिर्फ प्रवासियों को संक्रमण के लिए दोष नहीं दे सकते। इस समय बहुत सारे ग्रामीण क्षेत्रों में हालात बिगड़ चुके हैं। नारसन के मंगलौर के चारों तरफ, उत्तरकाशी के कुछ इलाकों, पिथौरागढ़ के थारचूला और गौरीफाट क्षेत्र के गांवों के हालात खराब हैं। कई इलाकों में उत्तर-प्रदेश के चुनाव में गए लोगों और कुंभ में देव डोलियों के साथ आने वाले लोगों, कुंभ ड्यूटी में लगे होमगार्ड, पीआरडी के जवानों के जरिए संक्रमण फैला। इन लोगों का सरकार ने कोई ख्याल नहीं रखा और सुविधाएं उपलब्ध कराईं। धारचूला और अन्यइलाकों के लोगों का कहना है कि बहुत सारे लोगों को एक राजनीतिक व्यक्ति कुंभ में लेकर गए थे। ऐसे ही कारणों से ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण पहुंचा। मां पूर्णागिरि मेले के कारण टनकपुर के चारों तरफ का हॉट स्पॉट बन चुका है। सितारगंज, नानकमत्था, खटीमा, बनबसा, टनकपुर में स्थित चिंतानजक है। मौजूदा वक्त उत्तराखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में तेजी से संक्रमण बढ़ रहा है। ऐसे में ट्रेसिंग करके गांवों में कंटेनमेंट बनाने से संक्रमण पर रोक लग सकेगी।
गांवों में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच बिगड़ रहे हालात को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने फेसबुक के जरिए चिंता जताई है। साथ ही मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को घेरते हुए कहा कि नारसन समेत प्रदेश के तमाम गांवों में स्थिति खराब है।
पूर्व सीएम हरीश रावत की फेसबुक पोस्ट के अनुसार सिर्फ प्रवासियों को संक्रमण के लिए दोष नहीं दे सकते। इस समय बहुत सारे ग्रामीण क्षेत्रों में हालात बिगड़ चुके हैं। नारसन के मंगलौर के चारों तरफ, उत्तरकाशी के कुछ इलाकों, पिथौरागढ़ के थारचूला और गौरीफाट क्षेत्र के गांवों के हालात खराब हैं। कई इलाकों में उत्तर-प्रदेश के चुनाव में गए लोगों और कुंभ में देव डोलियों के साथ आने वाले लोगों, कुंभ ड्यूटी में लगे होमगार्ड, पीआरडी के जवानों के जरिए संक्रमण फैला। इन लोगों का सरकार ने कोई ख्याल नहीं रखा और सुविधाएं उपलब्ध कराईं। धारचूला और अन्यइलाकों के लोगों का कहना है कि बहुत सारे लोगों को एक राजनीतिक व्यक्ति कुंभ में लेकर गए थे। ऐसे ही कारणों से ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण पहुंचा। मां पूर्णागिरि मेले के कारण टनकपुर के चारों तरफ का हॉट स्पॉट बन चुका है। सितारगंज, नानकमत्था, खटीमा, बनबसा, टनकपुर में स्थित चिंतानजक है। मौजूदा वक्त उत्तराखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में तेजी से संक्रमण बढ़ रहा है। ऐसे में ट्रेसिंग करके गांवों में कंटेनमेंट बनाने से संक्रमण पर रोक लग सकेगी।