न्यूज़ डेस्क, अमर उजाला, देहरादून
Published by: देहरादून ब्यूरो
Updated Fri, 25 Jun 2021 11:47 AM IST
सार
स्कान चिकित्सा अनुसंधान का सार्वजनिक चैरिटेबल ट्रस्ट है। इसका गठन पांच अप्रैल, 2021 को किया गया। अशोक सूटा स्कान के अध्यक्ष हैं।
आईआईटी रुड़की के पूर्व छात्र अशोक सूटा
– फोटो : social media
ख़बर सुनें
ख़बर सुनें
अपनी मातृ संस्था के लिए कुछ करने का अवसर मिला
स्कान चिकित्सा अनुसंधान का सार्वजनिक चैरिटेबल ट्रस्ट है। इसका गठन पांच अप्रैल, 2021 को किया गया। अशोक सूटा स्कान के अध्यक्ष हैं। उन्होंने अनुदान की घोषणा करते हुए कहा है कि अपनी मातृ संस्था के लिए कुछ करने का अवसर मिला है। भारत में आज भी चिकित्सा अनुसंधान के लिए निजी वित्त का प्रवाह नगण्य है और इस क्षेत्र में आईआईटी रुड़की के उत्कृष्ट कार्य से मुझे बहुत प्रसन्नता है।
आईआईटी रुड़की में हो रहे अनुसंधान में तेजी आएगी
उन्होंने कहा कि उन्हें अनुदान देने और आईआईटी रुड़की की जरूरतें पूरी करने का यह बड़ा अवसर मिला है। बोर्ड ऑफ गवर्नर आईआईटी रुड़की के अध्यक्ष बीवीआर मोहन रेड्डी ने कहा कि इस सहयोग से आईआईटी रुड़की में हो रहे जैविक विज्ञान और जैविक इंजीनियरिंग के अनुसंधान में तेजी आएगी।
अशोक सूटा वर्तमान और भावी पीढ़ियों के लिए आदर्श
उन्होेंने कहा कि संस्थान के पूर्व छात्र के रूप में अशोक सूटा अनुकरणीय हैं और वर्तमान और भावी पीढ़ियों के लिए आदर्श हैं। संस्थान निदेशक प्रो. अजीत कुमार चतुर्वेदी ने कहा है कि एक लंबे अंतराल के बाद किसी भी आईआईटी के भारत में स्थित पूर्व छात्र ने इतनी उदारता से अपने संस्थान को दान दिया है। इससे आईआईटी रुड़की के अपने पूर्व छात्रों से रिश्तों में एक नए अध्याय की शुरुआत हुई है।
विस्तार
अपनी मातृ संस्था के लिए कुछ करने का अवसर मिला
स्कान चिकित्सा अनुसंधान का सार्वजनिक चैरिटेबल ट्रस्ट है। इसका गठन पांच अप्रैल, 2021 को किया गया। अशोक सूटा स्कान के अध्यक्ष हैं। उन्होंने अनुदान की घोषणा करते हुए कहा है कि अपनी मातृ संस्था के लिए कुछ करने का अवसर मिला है। भारत में आज भी चिकित्सा अनुसंधान के लिए निजी वित्त का प्रवाह नगण्य है और इस क्षेत्र में आईआईटी रुड़की के उत्कृष्ट कार्य से मुझे बहुत प्रसन्नता है।
आईआईटी रुड़की में हो रहे अनुसंधान में तेजी आएगी
उन्होंने कहा कि उन्हें अनुदान देने और आईआईटी रुड़की की जरूरतें पूरी करने का यह बड़ा अवसर मिला है। बोर्ड ऑफ गवर्नर आईआईटी रुड़की के अध्यक्ष बीवीआर मोहन रेड्डी ने कहा कि इस सहयोग से आईआईटी रुड़की में हो रहे जैविक विज्ञान और जैविक इंजीनियरिंग के अनुसंधान में तेजी आएगी।
अशोक सूटा वर्तमान और भावी पीढ़ियों के लिए आदर्श
उन्होेंने कहा कि संस्थान के पूर्व छात्र के रूप में अशोक सूटा अनुकरणीय हैं और वर्तमान और भावी पीढ़ियों के लिए आदर्श हैं। संस्थान निदेशक प्रो. अजीत कुमार चतुर्वेदी ने कहा है कि एक लंबे अंतराल के बाद किसी भी आईआईटी के भारत में स्थित पूर्व छात्र ने इतनी उदारता से अपने संस्थान को दान दिया है। इससे आईआईटी रुड़की के अपने पूर्व छात्रों से रिश्तों में एक नए अध्याय की शुरुआत हुई है।