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रुड़की और हरिद्वार नगर निगम क्षेत्र में होम आइसोलेट कोरोना संक्रमितों के सामने घर पर दवा पहुंचने की समस्या नहीं आएगी। इसके लिए नगर निगम के पार्षदों को दवाएं वितरित करने की कमान सौंप दी गई है। डायट कंट्रोल रूम के होम आइसोलेशन नोडल अधिकारी ने मरीजों की दिक्कतों को देखते हुए ये नई व्यवस्था की है।
जिले में दिन-प्रतिदिन कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं। आए दिन जिले के नगर क्षेत्र में ही 450 से 570 तक मरीज मिल रहे हैं। इसमें से अधिकतर को होम आइसोलेशन में रखा गया है। डायट में खोले गए कोविड कंट्रोल रूम से पूरे जिले के मरीजों की मॉनिटरिंग की जा रही है। अक्सर कोरोना संक्रमितों की शिकायतें सामने आ रहती हैं कि उनके पास दवाएं नहीं पहुंच रही हैं। कोविड कंट्रोल रूम और सरकारी अस्पताल से दवाओं को लेकर फोन जरूर आ रहे हैं, लेकिन शिकायत करने के बावजूद घर पर किट नहीं पहुंच पा रही है। मजबूरी में उन्हें बाजार से दवाएं खरीदनी पड़ रही है। अब नई व्यवस्था के तहत मरीजों की इस समस्या का समाधान हो जाएगा। कोविड कंट्रोल रूम में होम आइसोलेशन के नोडल अधिकारी आईएएस नंदन कुमार ने बताया कि अब नगर निगम के पार्षदों को भी दवा वितरण के काम में लगाया गया है। रुड़की और हरिद्वार नगर निगम के सभी पार्षदों को दवाओं की किट उपलब्ध कराई गई है। ये पार्षद अपने क्षेत्र के कोरोना संक्रमितों तक दवा की किट पहुंचाएंगे। बताया कि पार्षदों को कोविड कंट्रोल रूम से 25-25 किट उपलब्ध कराई गई है। यदि किसी मरीज के पास किन्हीं कारणों से कंट्रोल रूम से दवाएं नहीं पहुंचीं तो वह अपने क्षेत्र के पार्षद से संपर्क कर दवाएं मंगवा सकते हैं।
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पहले ही हाथ खींचने लगे पार्षद
दवा वितरित कराने की व्यवस्था का अधिकतर पार्षदों ने आगे बढ़कर स्वागत किया है, लेकिन कुछ पार्षद ऐसे भी हैं जो इस कोरोना काल में अपने ही क्षेत्र के लोगों की सहायता करने से हाथ खींच रहे हैं। बताया जा रहा है कि कुछ पार्षदों ने दवाएं लेने से इनकार कर दिया है। ऐेसे में कोरोना संक्रमितों तक दवाएं पहुंचने में दिक्कत आ सकती है।
रुड़की और हरिद्वार नगर निगम क्षेत्र में होम आइसोलेट कोरोना संक्रमितों के सामने घर पर दवा पहुंचने की समस्या नहीं आएगी। इसके लिए नगर निगम के पार्षदों को दवाएं वितरित करने की कमान सौंप दी गई है। डायट कंट्रोल रूम के होम आइसोलेशन नोडल अधिकारी ने मरीजों की दिक्कतों को देखते हुए ये नई व्यवस्था की है।
जिले में दिन-प्रतिदिन कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं। आए दिन जिले के नगर क्षेत्र में ही 450 से 570 तक मरीज मिल रहे हैं। इसमें से अधिकतर को होम आइसोलेशन में रखा गया है। डायट में खोले गए कोविड कंट्रोल रूम से पूरे जिले के मरीजों की मॉनिटरिंग की जा रही है। अक्सर कोरोना संक्रमितों की शिकायतें सामने आ रहती हैं कि उनके पास दवाएं नहीं पहुंच रही हैं। कोविड कंट्रोल रूम और सरकारी अस्पताल से दवाओं को लेकर फोन जरूर आ रहे हैं, लेकिन शिकायत करने के बावजूद घर पर किट नहीं पहुंच पा रही है। मजबूरी में उन्हें बाजार से दवाएं खरीदनी पड़ रही है। अब नई व्यवस्था के तहत मरीजों की इस समस्या का समाधान हो जाएगा। कोविड कंट्रोल रूम में होम आइसोलेशन के नोडल अधिकारी आईएएस नंदन कुमार ने बताया कि अब नगर निगम के पार्षदों को भी दवा वितरण के काम में लगाया गया है। रुड़की और हरिद्वार नगर निगम के सभी पार्षदों को दवाओं की किट उपलब्ध कराई गई है। ये पार्षद अपने क्षेत्र के कोरोना संक्रमितों तक दवा की किट पहुंचाएंगे। बताया कि पार्षदों को कोविड कंट्रोल रूम से 25-25 किट उपलब्ध कराई गई है। यदि किसी मरीज के पास किन्हीं कारणों से कंट्रोल रूम से दवाएं नहीं पहुंचीं तो वह अपने क्षेत्र के पार्षद से संपर्क कर दवाएं मंगवा सकते हैं।
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पहले ही हाथ खींचने लगे पार्षद
दवा वितरित कराने की व्यवस्था का अधिकतर पार्षदों ने आगे बढ़कर स्वागत किया है, लेकिन कुछ पार्षद ऐसे भी हैं जो इस कोरोना काल में अपने ही क्षेत्र के लोगों की सहायता करने से हाथ खींच रहे हैं। बताया जा रहा है कि कुछ पार्षदों ने दवाएं लेने से इनकार कर दिया है। ऐेसे में कोरोना संक्रमितों तक दवाएं पहुंचने में दिक्कत आ सकती है।