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उत्तराखंड में कोरोना : ऑक्सीजन की कमी से हुई मौतों की मजिस्ट्रेटी जांच शुरू, बैकअप बनाए रखने के निर्देश

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न्यूज़ डेस्क, अमर उजाला, रुड़की
Published by: Nirmala Suyal Nirmala Suyal
Updated Thu, 06 May 2021 01:47 PM IST

सार

उधर, अस्पताल प्रबंधन ने कोविड मरीजों को भर्ती करने से हाथ खड़े कर दिए और अस्पताल के बाहर सेवाएं बंद करने का नोटिस लगा दिया। हालांकि, दोपहर बाद डीएम से वार्ता के बाद शाम को इलाज शुरू कर दिया गया।

ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने डॉक्टरों की टीम के साथ विनय विशाल हॉस्पिटल पहुंचकर जांच की
– फोटो : अमर उजाला फाइल फोटो

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ऑक्सीजन की कमी के चलते हुई मौतों के मामले में डीएम के आदेश जारी होने के बाद ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नमामि बंसल ने डॉक्टरों की टीम के साथ विनय विशाल हॉस्पिटल पहुंचकर जांच की। उधर, अस्पताल प्रबंधन ने कोविड मरीजों को भर्ती करने से हाथ खड़े कर दिए और अस्पताल के बाहर सेवाएं बंद करने का नोटिस लगा दिया। हालांकि, दोपहर बाद डीएम से वार्ता के बाद शाम को इलाज शुरू कर दिया गया।

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मंगलवार देर रात रुड़की के विनय विशाल नर्सिंग होम में ऑक्सीजन खत्म होने से कोविड के पांच मरीजों की मौत हो गई थी। ऑक्सीजन की कमी से हुई मौतों के बाद जिला प्रशासन के साथ ही शासन स्तर पर हड़कंप मच गया था। डीएम सी रविशंकर ने आदेश जारी करते हुए ज्वाइंट मजिस्ट्रेट को मामले की मजिस्ट्रेटी जांच सौंपी दी।

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ज्वाइंट मजिस्ट्रेट को डॉक्टरों की टीम के साथ जांच कर सभी तथ्यों को उजागर करने और तीन दिन में रिपोर्ट सौंपने के आदेश दिए थे। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नमामि बंसल ने दो डॉक्टरों के साथ अस्पताल पहुंचकर जांच की। उन्होंने बताया कि डीएम के आदेश पर मेडिकल एक्सपर्ट की टीम के साथ जांच शुरू कर दी गई है। इस दौरान पड़ताल की गई है कि अस्पताल में कितने कोविड मरीज भर्ती थे, कितनी ऑक्सीजन की डिमांड की गई थी और अस्पताल को कितनी सप्लाई हुई है। उन्होंने बताया कि जल्द ही जांच पूरी कर रिपोर्ट सौंपी जाएगी। 

ऑक्सीजन का बैकअप बनाए रखने के निर्देश

ऑक्सीजन से हुई मौत के मामले को गंभीरता से लेते हुए डीएम सी रविशंकर ने प्रशासनिक और नोडल अधिकारियों को अस्पतालों में ऑक्सीजन का बैकअप बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। जेएम नमामि बंसल ने बताया कि डीएम के आदेश पर सभी जरूरी इंतजाम किए जा रहे हैं। 

परिजनों के बयान पड़ सकते हैं भारी 

ऑक्सीजन की कमी से हुई मौत के मामले में परिजन भी सामने आ रहे हैं। मृतकों के कुछ परिजनों ने ज्वाइंट मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा। जेएम ने बताया कि ज्ञापन में अव्यवस्थाओं का जिक्र किया गया है। इसके मद्देनजर भी जांच की जाएगी। उन्होंने बताया कि अस्पताल में पांच लोगों की मौत की सूचना दी गई थी। अब अस्पताल प्रबंधन की ओर से तीन मौतों की बात कही जा रही है। जांच पूरी होने के बाद ही सही तथ्य सामने आ सकेंगे। 

डीएम से मिले अस्पताल मालिक

अस्पताल प्रबंधन के लोगों ने डीएम सी रविशंकर से मुलाकात कर अपना पक्ष रखा। अस्पताल स्वामी डॉ. विनय गुप्ता और डॉ. विशाल घई ने बताया कि उन्होंने डीएम को भी पूरा घटनाक्रम लिखित में दिया है। उन्होंने बताया कि प्रशासन को फोन पर सूचना दी गई थी। इसके बाद डीएम ने समन्वय बनाकर काम करने के निर्देश दिए हैं। डीएम के आश्वासन के बाद कोविड मरीजों का इलाज शुरू कर दिया गया है।

विस्तार

ऑक्सीजन की कमी के चलते हुई मौतों के मामले में डीएम के आदेश जारी होने के बाद ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नमामि बंसल ने डॉक्टरों की टीम के साथ विनय विशाल हॉस्पिटल पहुंचकर जांच की। उधर, अस्पताल प्रबंधन ने कोविड मरीजों को भर्ती करने से हाथ खड़े कर दिए और अस्पताल के बाहर सेवाएं बंद करने का नोटिस लगा दिया। हालांकि, दोपहर बाद डीएम से वार्ता के बाद शाम को इलाज शुरू कर दिया गया।

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मंगलवार देर रात रुड़की के विनय विशाल नर्सिंग होम में ऑक्सीजन खत्म होने से कोविड के पांच मरीजों की मौत हो गई थी। ऑक्सीजन की कमी से हुई मौतों के बाद जिला प्रशासन के साथ ही शासन स्तर पर हड़कंप मच गया था। डीएम सी रविशंकर ने आदेश जारी करते हुए ज्वाइंट मजिस्ट्रेट को मामले की मजिस्ट्रेटी जांच सौंपी दी।

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ज्वाइंट मजिस्ट्रेट को डॉक्टरों की टीम के साथ जांच कर सभी तथ्यों को उजागर करने और तीन दिन में रिपोर्ट सौंपने के आदेश दिए थे। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नमामि बंसल ने दो डॉक्टरों के साथ अस्पताल पहुंचकर जांच की। उन्होंने बताया कि डीएम के आदेश पर मेडिकल एक्सपर्ट की टीम के साथ जांच शुरू कर दी गई है। इस दौरान पड़ताल की गई है कि अस्पताल में कितने कोविड मरीज भर्ती थे, कितनी ऑक्सीजन की डिमांड की गई थी और अस्पताल को कितनी सप्लाई हुई है। उन्होंने बताया कि जल्द ही जांच पूरी कर रिपोर्ट सौंपी जाएगी। 

ऑक्सीजन का बैकअप बनाए रखने के निर्देश

ऑक्सीजन से हुई मौत के मामले को गंभीरता से लेते हुए डीएम सी रविशंकर ने प्रशासनिक और नोडल अधिकारियों को अस्पतालों में ऑक्सीजन का बैकअप बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। जेएम नमामि बंसल ने बताया कि डीएम के आदेश पर सभी जरूरी इंतजाम किए जा रहे हैं। 

परिजनों के बयान पड़ सकते हैं भारी 

ऑक्सीजन की कमी से हुई मौत के मामले में परिजन भी सामने आ रहे हैं। मृतकों के कुछ परिजनों ने ज्वाइंट मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा। जेएम ने बताया कि ज्ञापन में अव्यवस्थाओं का जिक्र किया गया है। इसके मद्देनजर भी जांच की जाएगी। उन्होंने बताया कि अस्पताल में पांच लोगों की मौत की सूचना दी गई थी। अब अस्पताल प्रबंधन की ओर से तीन मौतों की बात कही जा रही है। जांच पूरी होने के बाद ही सही तथ्य सामने आ सकेंगे। 

डीएम से मिले अस्पताल मालिक

अस्पताल प्रबंधन के लोगों ने डीएम सी रविशंकर से मुलाकात कर अपना पक्ष रखा। अस्पताल स्वामी डॉ. विनय गुप्ता और डॉ. विशाल घई ने बताया कि उन्होंने डीएम को भी पूरा घटनाक्रम लिखित में दिया है। उन्होंने बताया कि प्रशासन को फोन पर सूचना दी गई थी। इसके बाद डीएम ने समन्वय बनाकर काम करने के निर्देश दिए हैं। डीएम के आश्वासन के बाद कोविड मरीजों का इलाज शुरू कर दिया गया है।



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